Digital Signature Kya Hai: फायदे ओर नुकसान, इसके प्रकार – सारी जानकारी देखे

हैलो दोस्तों! 🙏 आज हम एक ऐसे टॉपिक पर बात करने जा रहे हैं, जिसे आपने सुना होगा, लेकिन शायद पूरी तरह से नहीं समझा होगा – और वह है “डिजिटल हस्ताक्षर”. जी हाँ, वही जो आपके ईमेल और ऑनलाइन डॉक्यूमेंट्स को और भी सुरक्षित बनाता है। तो चलिए, इस आर्टिकल में हम जानते हैं कि Digital Signature क्या है, इसके क्या फायदे हैं, व इसको कैसे बनाया जाता है और यह कैसे काम करता है। इससे जुड़ी पूरी जानकारी यहा लेख मे दी गई है।

शुरू करने से पहले हम बता दे की यहा पर दी गई जानकारी को पूरी पढे ओर ध्यान से समझे। सबसे पहले देखते है की आखिर Digital Signature क्या होता है।(What is digital signature in hindi)

Digital Signature क्या है?

Digital Signature बस एक तरह का ऑनलाइन हस्ताक्षर है। जैसे हम कागज पर अपना हस्ताक्षर करते हैं, वैसे ही डिजिटल हस्ताक्षर हमें इंटरनेट पर डॉक्यूमेंट्स पर हस्ताक्षर करने की Permission देता है।

जब हम किसी डॉक्यूमेंट पर डिजिटल हस्ताक्षर करते हैं, तो यह सुनिश्चित करता है कि डॉक्यूमेंट में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह वास्तव में हमारे द्वारा ही भेजा गया है।

इसका मुख्य उपयोग ऑनलाइन डॉक्यूमेंट्स की प्रामाणिकता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने में होता है। जब आप किसी को ऑनलाइन डॉक्यूमेंट भेजते हैं और उस पर अपना डिजिटल हस्ताक्षर करते हैं, तो वह व्यक्ति समझता है कि यह डॉक्यूमेंट वास्तव में आपके द्वारा ही भेजा गया है और इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।

आजकल, बहुत सारी ऑनलाइन सेवाएँ और सरकारी वेबसाइट्स डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग करती हैं ताकि लोग अपने डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित और प्रामाणिक तरीके से भेज सकें। तो अब तक आप डिजिटल सिग्नेचर का meaning हिन्दी समज ही गए होंगे तो अब बढ़ते है इसके अगले टॉपिक पर।

Digital Signature कितने प्रकार के होते हैं

डिजिटल सिग्नेचर आम तोर पर 3 प्रकार के होते है जो हमने यहा स्पष्ट रूप बता दीया है। साथ ही इनका उपयोग के बारे मे भी जानकारी दी है।

आम डिजिटल हस्ताक्षर (Class 1): यह सबसे आम प्रकार का हस्ताक्षर है जिसे ईमेल और अन्य आम उपयोग के लिए बनाया जाता है। इससे आपकी पहचान की पुष्टि होती है।

व्यापारिक डिजिटल हस्ताक्षर (Class 2): यह हस्ताक्षर व्यापारिक उपयोग के लिए होता है। जैसे कि टैक्स जमा करना या अन्य सरकारी वेबसाइट पर काम करना।

सुरक्षित डिजिटल हस्ताक्षर (Class 3): यह सबसे सुरक्षित प्रकार का हस्ताक्षर है। इसे बड़े व्यापारिक लेन-देन जैसे कि निविदा देना या अन्य बड़े प्रोजेक्ट में इस्तेमाल के लिए बनाया जाता है।

तो अब तक आपने देखा की Digital signature क्या है ओर इसके types क्या क्या है अब ये जानते की डिजिटल signature कैसे काम करता है (How it works).

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Digital Signature कैसे काम करता है?

Digital Signature का काफी जगह use होता है इसीलिए इसका uses भी काफी सारे है। तो चलिये जानते है की डिजिटल हस्ताक्षर आखिर काम कैसे करता है:

  1. बंद करना (Encryption): जब आप किसी डॉक्यूमेंट पर डिजिटल हस्ताक्षर करते हैं, तो वह डॉक्यूमेंट एक तरह के ‘कोड’ में बदल जाता है, जिसे सिर्फ वही व्यक्ति पढ़ सकता है जिसे आप भेज रहे हैं।
  2. एक खास पहचान (Digital Certificate): जब आप डॉक्यूमेंट भेजते हैं, तो साथ में एक खास पहचान भी जाती है। इससे दूसरे व्यक्ति को पता चलता है कि यह डॉक्यूमेंट सच में आपके द्वारा ही भेजा गया है।
  3. खोलना (Decryption): जब दूसरा व्यक्ति डॉक्यूमेंट पाता है, तो वह इस ‘कोड’ को खोलता है और असली डॉक्यूमेंट पढ़ता है।
  4. जाँच: खास पहचान की मदद से दूसरा व्यक्ति समझता है कि डॉक्यूमेंट सच में असली है और किसी ने इसमें छेड़छाड़ नहीं की है।

तो इस तरह से Digital Signature वर्क करता है आशा की आप अब तक समज गए होंगे की Digital signature कैसे काम करता है साथ ही ऊपर हमने Digital signature क्या है इसके बारे मे पूरा explained कर ही दिया है उसे पढे अब जानते है की Digital Signature कैसे बनाये।

Digital Signature कैसे बनाया जाता है?

नीचे स्टेप बाई स्टेप बताया हुआ है की How to make Digital signature हिन्दी मे इसके पूरी process बताई हुई है। डिजिटल हस्ताक्षर बनाने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:

  • आवेदन करें: सबसे पहले, आपको एक Official Digital signature Provider (जैसे कि e-Mudhra, Sify आदि) के पास जाकर आवेदन करना होता है।
  • जानकारी और Documents प्रस्तुत करें: आवेदन करते समय, आपसे कुछ जानकारी और दस्तावेज मांगे जाते हैं, जैसे कि आपका आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि।
  • वेरिफिकेशन: जब आप अपनी सभी जानकारी और दस्तावेज प्रस्तुत कर देते हैं, तो वो Authorized Provider आपकी जानकारी की जाँच करता है।
  • डिजिटल हस्ताक्षर प्राप्त करें: जाँच पूरी होने पर, आपको एक डिजिटल हस्ताक्षर प्रदान किया जाता है, जिसे आप अपने कंप्यूटर में स्थापित कर सकते हैं।
  • उपयोग करें: अब आप इस डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग ऑनलाइन डॉक्यूमेंट्स पर हस्ताक्षर करने के लिए कर सकते हैं।

तो इस तरह से आप डिजिटल signature को create कर सकते है। ये एक बार बनने के बाद काफी जगह काम आता है ये आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा। आइये इसके कुछ advantages/benefits के बारे मे जानकारी देता हु।

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Digital Signature के फायदे

सुरक्षा: डिजिटल हस्ताक्षर से डॉक्यूमेंट में बदलाव नहीं हो सकता। अगर कोई डॉक्यूमेंट में कुछ बदल देता है, तो हस्ताक्षर गलत हो जाता है।

सही व्यक्ति से आया: डिजिटल हस्ताक्षर से पता चलता है कि डॉक्यूमेंट किसने भेजा है। इससे झूठी जानकारी भेजने वालों से बच सकते हैं।

fast और आसान: ऑनलाइन डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर करना और भेजना काफी speed मे होता है। इससे समय भी बचता है।

सस्ता: कागज और कलम की जरूरत नहीं पड़ती, इससे पैसा भी बचता है।

पेड़ बचते हैं: कागज की कम जरूरत होने से पेड़ भी बचते हैं।

सरकार भी मानती है: बहुत सारी सरकारी जगह पर डिजिटल हस्ताक्षर को माना जाता है, जिससे काम आसान होता है।

Digital Signature के नुकसान

जिस तरह इसके काफी सारे benefits है उसी तरह से इसके काफी सारे disadvantages भी है चलिये एक एक करके समजते है।

  • तकनीकी समस्याएँ: कभी-कभी तकनीकी खराबी की वजह से डिजिटल हस्ताक्षर काम नहीं कर सकता। इससे काम में रुकावट आ सकती है।
  • खो जाना: अगर आप अपना डिजिटल हस्ताक्षर या पासवर्ड खो देते हैं, तो इसे वापस पाना मुश्किल होता है।
  • गलत हाथों में पड़ना: अगर किसी गलत व्यक्ति को आपका डिजिटल हस्ताक्षर मिल जाए, तो वह इसका गलत उपयोग कर सकता है।
  • महंगा: कुछ जगह पर डिजिटल हस्ताक्षर बनवाना महंगा होता है।
  • सभी को समझ में नहीं आता: हर कोई डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग कैसे करें, यह समझ में नहीं पाता। इससे कई लोग इससे दूर रहते हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों, तो हमने आज “डिजिटल हस्ताक्षर” के बारे में बहुत कुछ जाना। जेसे Digital Signature क्या है व कैसे काम करता है ओर इसे कैसे बनाया जाता है। यह वो जादुई चीज है जो हमारे ऑनलाइन डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित रखता है और हमें यकीन दिलाता है कि हम जिसे भेज रहे हैं, वह सही व्यक्ति है।

जब भी आप ऑनलाइन कुछ भेजें, तो डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग करना याद रखें। इससे आपका समय भी बचेगा और आपकी चीजें भी सुरक्षित रहेंगी। आशा है कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपके पास और कोई सवाल है, तो हमें कमेंट मे जरूर बताएं। जय हिन्दी!

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