NASA ने हाल ही में एक Small Satellite लॉन्च किया है जो पृथ्वी के Poles पर हो रहे जलवायु परिवर्तनों का अध्ययन करेगा। इस मिशन का नाम PREFIRE (Polar Radiant Energy in the Far-InfraRed Experiment) रखा गया है और इसे Rocket Lab के Electron रॉकेट द्वारा न्यूजीलैंड से लॉन्च किया गया।
क्या है PREFIRE मिशन?
PREFIRE मिशन का मुख्य उद्देश्य Earth’s Poles से निकलने वाली heat का माप लेना है। PREFIRE मिशन मे दो satellite शामिल है यह पहली बार होगा जब इस प्रकार के डेटा को सीधे Arctic ओर Antarctica से Collect किया जाएगा। यह सैटेलाइट धरती के ध्रुवीय क्षेत्रों के ऊपर से इन्फ्रारेड माप लेकर यह जानने की कोशिश करेगा कि वहां की गर्मी किस प्रकार अंतरिक्ष में निकलती है।
Climate Model में सुधार
PREFIRE मिशन के Data का उपयोग करके वैज्ञानिक बेहतर तरीके से यह समझ पाएंगे कि बादल, नमी और बर्फ का पिघलना कैसे ध्रुवीय क्षेत्रों से गर्मी के निकलने ने को प्रभावित करते हैं। इससे जलवायु मॉडल अधिक Accurate हो सकेंगे और Future में समुद्र स्तर में संभावित वृद्धि और मौसम प्रणालियों पर ध्रुवीय Climate Change के प्रभावों का पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा।
Cube Satellite या CubeSats
NASA के Science Missions में छोटे सैटेलाइट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये छोटे सैटेलाइट विशेष वैज्ञानिक प्रश्नों का उत्तर देने में सक्षम होते हैं। PREFIRE मिशन के सैटेलाइट का आकार एक जूते के डिब्बे (Shoebox) जितना है, लेकिन इसका डेटा बड़े सैटेलाइट की तरह ही महत्वपूर्ण होगा। NASA के Earth Science Division के डाइरेक्टर, Karen St. Germain ने कहा, “छोटे सैटेलाइट हमारे बड़े मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण पूरक हैं।”
भविष्य की तैयारियों में सहायक
यह मिशन Future के Climate Change की भविष्यवाणी और तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ध्रुवीय क्षेत्रों में हो रहे परिवर्तनों को समझना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि ये परिवर्तन पूरे विश्व के मौसम और जलवायु प्रणालियों को प्रभावित करते हैं। इससे वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि किस प्रकार Tropical क्षेत्रों की गर्मी Polar क्षेत्रों में पहुंचती है और कैसे यह प्रक्रिया पूरी धरती के मौसम को संतुलित करती है।
NASA का Goal
NASA का यह मिशन उसके Goal की तरफ प्रेरित होने को दर्शाता है कि वह छोटे बजट में भी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक जानकारियाँ जुटाने के लिए काबिल है। PREFIRE मिशन से मिलने वाला डेटा वैज्ञानिकों को पुराने Climate Models को सुधारने और उन्हें और अधिक सटीक बनाने में मदद करेगा।
निष्कर्ष
NASA का PREFIRE मिशन एक महत्वपूर्ण कदम है जो Earth के Polar क्षेत्रों के अध्ययन में नई जानकारी लाएगा। यह मिशन न केवल जलवायु परिवर्तन को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा, बल्कि इसके जरिए हमें Future के लिए बेहतर तैयारी करने में भी सहायता मिलेगी। Small सैटेलाइट्स का Use करके, NASA ने साबित कर दिया है कि बड़े मिशन के बिना भी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोज की जा सकती है।
धरती के ध्रुवीय क्षेत्रों की जांच करने वाला यह मिशन आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण डेटा Collect करेगा, जिससे वैज्ञानिक जलवायु परिवर्तन से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देने में सक्षम होंगे।