आजकल कैमरे के फोटोज मेसे कोनसे फोटो real है ओर कोनसे fake है ये पता करना बहुत ही मुश्किल हो गया है। लेकिन Sony ने इस प्रोबेल्म का सोल्यूशंन ढूंढ लिया है। उन्होंने ‘in-camera authenticity’ तकनीक बनाई है, जिससे किसी भी फोटो को आईडेंटिफ़ाई किया जा सकता है ओर पता लगाया जा सकता है की फोटो असली है या फिर किसी AI से बनाया गया है। इससे हर फोटो की असलियत की पहचान हो सकेगी।
फोटो के लिए ‘जन्म प्रमाण पत्र’
इस तकनीक के जरिये हर फोटो में एक खास तरह का ‘डिजिटल सिग्नेचर’ होगा, जैसे हर इंसान के पास एक जन्म प्रमाण पत्र होता है। उसी तरह से इससे फोटो का भी पता चलेगा कि फोटो असली है या एआई से बनाई गई है। सोनी ने इसके लिए एसोसिएटेड प्रेस (AP) और कैमरा बिट्स नाम की कंपनी के साथ हाथ मिलाया है।
फोटो पत्रकारिता के लिए बड़ी न्यूज
फोटो पत्रकारिता में यह तकनीक एक बड़ी क्रांति लाएगी। अब न्यूज़ में दिखाई जाने वाली हर फोटोज की सच्चाई की जांच करना आसान हो जाएगा। एआई से जेनरेटेड फ़ेक फोटोज का उपयोग करके काफी गलत न्यूज फेलाई जा रही है जिससे लोगों का भरोसा उठ रहा था, लेकिन अब यह तकनीक उस भरोसे को वापस लाएगी।
फोटो एडिटिंग के बाद भी पहचाना जा सकेगा
सोनी ने कैमरा बिट्स के साथ मिलकर यह भी यह कन्फ़र्म किया है कि फोटो एडिटिंग करने के बाद भी इस ‘डिजिटल हस्ताक्षर’ को आईडेंटिफ़ाई किया जा सकेगा। इसका मतलब यह है कि फोटो में चाहे कितने भी चेंजेस कर ले, लेकिन फिर भी फोटोज की पहचान की जा सकेगी ओर पता लगा सकेंगे की वो रियल है या फेक है।
Sony के Camera में नया अपडेट
सोनी के तीन कैमरे – Alpha 9 III, Alpha 1, और Alpha 7S III, इन मॉडेल्स को सबसे पहले एक नया अपडेट मिलेगा। इस अपडेट से वे इस नई तकनीक का इस्तेमाल कर पाएंगे।
AI के जरिये बनाई गई ओर एडिट की गई फोटोज के खतरे से लड़ने के लिए सोनी के इस अपडेट के बारे में आपकी क्या राय है? आपको ये नया फीचर कैसे लगा? नीचे कमेंट जरूर बताए।