OpenAI के सीईओ Sam Altman की अचानक बर्खास्तगी ने टेक जगत में कई चर्चाएं शुरू कर दी हैं। इस घटना के पीछे कई कारण हैं। ऑल्टमैन को कंपनी से निकाल ने से पहले, OpenAI के कुछ शोधकर्ताओं ने बोर्ड को एक चिट्ठी भेजी थी। इस चिट्ठी में, उन्होंने ‘Q*’ नाम के एक AI प्रोजेक्ट के बारे में बताया, जिसे वे कंपनी की खोज में एक महत्वपूर्ण सफलता मानते हैं। इस AI मॉडल ने गणित की समस्याएं हल करने में काफी अच्छा परफॉर्मेंस दिखाया। इसके बावजूद, शोधकर्ताओं ने इसकी ताकत और मानवता के लिए संभावित खतरों की चेतावनी दी थी।
इस चिट्ठी के बाद, OpenAI बोर्ड ने ऑल्टमैन को कंपनी के CEO पद से हटा दिया। बोर्ड ने उनके संचार शैली और व्यवहार पर सवाल उठाए थे। ऑल्टमैन की जगह Mira murati को अंतरिम CEO के रूप में नियुक्त किया गया। OpenAI ने इस बदलाव के बाद से एक नए स्थायी CEO की तलाश शुरू कर दी है।
OpenAI को 2015 में एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में स्थापित किया गया था। बाद में, 2019 में इसे प्रॉफिट कंपनी में बदल दिया गया, जिससे इसे AI पर ज्यादा निवेश करने में मदद मिली। Microsoft ने OpenAI में $13 बिलियन का निवेश किया है और कंपनी का लगभग 49% हिस्सा उसके पास है।
ऑल्टमैन की निकासी की खबर आने के बाद, Microsoft के शेयर की कीमत में गिरावट देखी गई। इस घटनाक्रम ने टेक उद्योग में चिंता जताई है कि एआई के विकास में तेजी से हो रही प्रगति के बीच नैतिक और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां भी बढ़ रही हैं।
OpenAI के ‘Q*’ प्रोजेक्ट की खासियत यह है कि यह गणितीय समस्याओं को हल करने में सक्षम है, जो एआई के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। यह इस बात का संकेत है कि एआई मानव बुद्धि की तरह सोचने और समझने में सक्षम हो रहा है। हालांकि, इसके साथ ही एआई के खतरनाक बनने की संभावनाओं को लेकर भी चिंता जताई जा रही है।
इस पूरे प्रकरण में OpenAI और इसके संस्थापकों की भूमिका को लेकर विभिन्न विचार हैं। कुछ लोग इसे एआई के तेजी से विकास की दिशा में एक जरूरी कदम मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे नैतिकता और सुरक्षा के मुद्दों के प्रति जागरूकता के तौर पर देख रहे हैं। इस बीच, OpenAI की तलाश एक नए CEO के लिए जारी है, जो इस तेजी से बदलते एआई परिदृश्य में कंपनी की अगुवाई कर सके।